कन्या संक्रांति हिंदू पंचांग के अनुसार एक महत्वपूर्ण संक्रांति है, जब सूर्य देव सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करते हैं। यह सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करना कहलाता है। कन्या संक्रांति का विशेष महत्व धार्मिक और ज्योतिषीय दोनों दृष्टियों से होता है।
यह दिन दान, स्नान, और पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। साथ ही यह सूर्य के दक्षिणायन का समय होता है, जब आत्मशुद्धि और सेवा को प्राथमिकता दी जाती है।
कन्या संक्रांति 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त
- तिथि: 17 सितंबर 2025 (बुधवार)
- सूर्य का कन्या राशि में प्रवेश: सुबह 06:46 बजे
- पुण्य काल: 17 सितंबर को सुबह 06:46 बजे से दोपहर 01:30 बजे तक
- स्नान-दान का महत्त्वपूर्ण समय: प्रातःकाल से लेकर संक्रांति प्रवेश के 40 मिनट बाद तक
कन्या संक्रांति का महत्व
हिंदू धर्म में सूर्य का हर राशि परिवर्तन एक विशेष पर्व होता है। कन्या संक्रांति विशेष रूप से:
- दान और पुण्य कमाने का अवसर माना जाता है।
- इस दिन स्नान, हवन और पितरों के लिए तर्पण करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
- सूर्य उपासना और गायत्री मंत्र का जप करने से मन और आत्मा की शुद्धि होती है।
- इस दिन किए गए दान-पुण्य का फल कई गुना बढ़कर प्राप्त होता है।
पूजा विधि (Puja Vidhi)
- प्रातःकाल उठकर पवित्र नदी में स्नान करें या घर में गंगाजल डालकर स्नान करें।
- सूर्य देव को जल अर्पित करें और गायत्री मंत्र का जाप करें।
- ब्राह्मणों, गायों और ज़रूरतमंदों को दान-दक्षिणा दें।
- पितरों के नाम पर तर्पण करें और भोजन का दान करें।
- इस दिन विशेष रूप से तिल, गुड़, वस्त्र और अनाज का दान शुभ माना जाता है।
कन्या संक्रांति का राशियों पर प्रभाव
- कन्या राशि में सूर्य का प्रवेश उन लोगों के लिए अच्छा माना जाता है जो सेवा, समर्पण और अनुशासन में विश्वास रखते हैं।
- जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर होता है, उनके लिए यह संक्रांति सूर्य की शक्ति बढ़ाने का सुनहरा अवसर है।
- कन्या, मकर, और वृषभ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है।
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Suggested FAQs (FAQ Schema के लिए)
Q. कन्या संक्रांति 2025 में कब है?
A. कन्या संक्रांति 2025 को 17 सितंबर, बुधवार के दिन मनाई जाएगी।
Q. इस दिन कौन-कौन से कार्य शुभ माने जाते हैं?
A. स्नान, सूर्य को अर्घ्य, पितरों का तर्पण और ब्राह्मणों को दान विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं।
Q. कन्या संक्रांति किन राशियों के लिए शुभ है?
A. विशेष रूप से कन्या, मकर और वृषभ राशि के जातकों के लिए यह संक्रांति लाभकारी हो सकती है।