![मैं निमाणी करां अरजोई](https://bhaktiras.in/wp-content/themes/bhaktiras/assets/images/placeholders/placeholder-480x250.webp)
मैं निमाणी करां अरजोई
मैं निमाणी करां अरजोईकिरपा निधान प्रभु ठाकुर जीयो, तुझ बिन नैनं नींद न आवेमोरे राम राम रहीममोरे राम राम रहीममैं निमाणी करां अरजोई करत करीम पुरख विधाते ,पीर बिन किवे जीनमैं निमाणी करां अरजोई …...
मैं निमाणी करां अरजोईकिरपा निधान प्रभु ठाकुर जीयो, तुझ बिन नैनं नींद न आवेमोरे राम राम रहीममोरे राम राम रहीममैं निमाणी करां अरजोई करत करीम पुरख विधाते ,पीर बिन किवे जीनमैं निमाणी करां अरजोई …...
साचे मेरे साहिबां तेरे कवन गुण गावाकिया कार कमावा किया कहे रिजावासाचे मेरे साहिबां तेरी वधियाई तुध ते है पाईमिलो मेरे साहिबा राम रघुराईसाचे मेरे साहिबां किया तेरे उचा मेहल चुबारातू पारो ठाकुर जगदीश हमारासाचे...
अब तो तेरा भरोसा है गुरु जी तेरा सहारा है,मेरी नैया ढोल रही अब तुही किनारा हैअब तो तेरा भरोसा है गुरु जी तेरा सहारा है, तुमसे बड़ा न कोई दाता तुम ही पिता हो...
ओहने की लेना ओहनू की मिलनाजिहदा इक था मन कदे टिकियाँ नओहने था था जाके की सीखनाजेह्डा इक दा होके सिखिया नप्रभु वाल्मीकि तेरी किरपा सद केअसी कदी भी डोले न असी उठदे बेह्न्देहर वेले...
मेरे सिर पर सिंगा जबराआरे वो सदा करत रहु मुजरा जहाँज वान ने तुमको सुमराआरे वो डुबी जहाँज लई उबरा अंतःकरण की तुम ही जाणोआरे गुरू तुम कारण मे उबरा झाबूआ देश भादरसिंग राजाआरे गुरू...
जय जय वाल्मीकि जी सारा ही जग गावेसोहनी पालकी च सतगुरु चलेया आवेमथे टेको आओ सारे शीश निबा लिएअरशो धरती आई ज्योत इलाही आ बजे नगाड़े गली बजारे श्रृष्टि करता आये नेसब दे भाग जगाए...
घर आवो साजना, मैं देखां दर्शन तेरा ll*मैं देखां दर्शन तेरा, मैं देखां दर्शन तेरा llघर आवो साजना, मैं देखां दर्शन तेरा ll तेरे दर्शन की, भूख लगाई lसतिगुर मेरे, राम रघुराई llसतिगुर मेरे, राम...
मैं रोज उडीका लाईया ने कद साईं मेरे वल आवे गा,जेह्ड़ी राह विच अखियाँ वसाईया ने कद आके फेरा पावे गा,मैं रोज उडीका लाईया ने मैं रेह नही सकदा होर तरीका पाई नमैं तेनु नही...
तन तो बैठा तेरे द्वारे मन रसिया चोबारे,गुरु जी कुण्डी पाओ गुरु जी मन समजाओ,तन तो बैठा तेरे द्वारे मन रसिया चोबारे, विशीया आदि अब तो गुरु जी मेनू बचाओमैं भटक गया है सीधे रस्ते...
मेरे दुखा दी कहानी गुरु जी मूक दी नहीमेरे दुखा दी हनेरी कदे रुक्दी नहीमेरे अपने पराये हुए जग ह्सेया,दुःख बोल के जे दस्या ते की दस्यामेरे दुखा दी कहानी गुरु जी मूक दी नही...
नामु मिलै ता जीवां॥नानक नामु मिलै तां जीवां॥ तेरा कीता जातो नाही मैनो जोगु कितोई॥मैं निर्गुणारे को गुण नाही आपे तरसु पईओई॥ नामु मिलै ता जीवां॥नानक नामु मिलै तां जीवां॥ तरसु पइया मिहरामत होइ सतगुरु...
तुध भावे ता होये आनंदा,तुध भावे ता परम आनंदा, सब हथ तेरे किछु नाही मेरे,तुध भावे ता सेव करंदा,तुध भावे ता…… आदि जुगादी तेरा भरवासा,सतगुरु सहिजे सहिज करंदा,तुध भावे ता……. तू सचिआर सब दा साईंकंत...