श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं।
आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं,
श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं।
बाल कृष्ण तेरी आरती गाऊं॥
मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे।
प्यारी बंसी मेरो मन मोहे।
देख छवि बलिहारी मैं जाऊं।
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥
चरणों से निकली गंगा प्यारी,
जिसने सारी दुनिया तारी।
मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं।
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥
दास अनाथ के नाथ आप हो।
दुःख सुख जीवन प्यारे साथ आप हो।
हरी चरणों में शीश झुकाऊं।
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥
श्री हरीबाबा के प्यारे तुम हो।
मेरे प्यारे जीवन धन हो।
श्याम सुन्दर तेरी आरती गाउ।
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥
हे गिरधारी तेरी आरती गाउ।
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥
मनन गोपाल तेरी आरती गाऊं।
कुञ्ज बिहारी तेरी आरती गाऊं
श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं ।
हे गिरधर तेरी आरती गाऊं ॥
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥
Author: SURESH WADKAR