श्री जानकीनाथ जी की आरती

जय जानकीनाथा, जय श्रीरघुनाथा
दोउ कर जोरें बिनवौं प्रभु ! सुनिये बाता ।

तुम रघुनाथ हमारे प्रान, पिता माता
तुम ही सज्जन – संगी भक्ति – मुक्ति–दाता ।। जय ….

लख चौरासी काटो मेटो यम-त्रासा
निसदिन प्रभु मोहि रखिये अपने ही पासा ।। जय…

राम भरत लछिमन सँग शत्रुहन भैया
जगमग ज्योति विराजै, सोभा अति लहिया ।। जय …

हनुमत नाद बजावत, नेवर झमकाता
स्वर्णथाल कर आरती कौसल्या माता ।। जय …

सुभग मुकुट सिर, धनु सर कर सोभा भारी
मनीराम दर्शन करि पल – पल बलिहारी ।। जय…

Author: श्री देवकीनंदन जी महाराज

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी
ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी

संग्रह