आओ मात जी तुहाडा मंदर सजाया ऐ,
ज्योत जगाके तुहानू घर च् बुलाया है……

चंदन दी चौकी उत्ते आसन बिछाके मां,
तेरी सोणी मूरत नू फूल्ला नाल सजाके मां,
ज्योत नूरानी विच् मै ध्यान लगाया ऐ,
आओ मात जी तुहाडा मंदर सजाया ऐ……….

सोने दा गड़वा गंगाजल पानी मां,
आके स्नान रचाओ महारानी मां,
केसर रोली मत्थे तिलक लगाया ऐ,
आओ मात जी तुहाडा मंदर सजाया ऐ……….

गोटे ते किनारी वाली चुन्नी मै बनाई मां,
भेटा जे कबूल करे तेरी बडयाई मां,
मेवे ते फला दा मां भोग लगाया ऐ,
आओ मात जी तुहाडा मंदर सजाया ऐ……….

ध्यानू भगत दी सदा लाज बचाई मां.
बाणीऐ आवाज मारी दौड़ी चली आई मां
बंसी वी लाल तेरा ओहनू क्यो भूलाया ऐ,
आओ मात जी तुहाडा मंदर सजाया ऐ……….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

छठ पूजा

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

छठ पूजा
कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

कार्तिक पूर्णिमा
उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी

संग्रह