सबसे पहले तुमे मनाये,
रात और दिन हर रोज,
हो किरपा तेरी मुझ पर है,
मै करता हु मौज,
बाबा गणपति कि फ़ौज,
करेगी मौज……

जब से मैंने माना तुझको,
बदली मेरी सोच,
मै हु तेरा स्टूडेंट और,
तु है मेरा कोच,
बाबा गणपति कि फ़ौज,
करेगी मौज……

देखो गणपति आयो,
संग सिद्धि सिद्धि लायो,
मोरा सोया भाग जगायो रे,
मोरे अंगना गजानन आयो रे…

हो जलते थे जो मुझसे बाबा,
बाज गयी उनकी बैंड,
चाहे कुछ भी कहे,
जमाना मै हु तेरा फ्रेड,
बाबा गणपति कि फ़ौज,
करेगी मौज……

सबसे पहले तुमे मनाये,
रात और दिन हर रोज,
हो किरपा तेरी मुझ पर है,
मै करता हु मौज,
बाबा गणपति कि फ़ौज,
करेगी मौज…..

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