सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आए हैं

सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आए हैं,
रिद्धि सिद्धि को संग लेकर, मेरे सरकार आए हैं…..

लगे ऐसी छवि प्यारी, देख जिसे जी नहीं भरता,
लगाओ मखमली आसान, मेरे सरकार आए हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आए हैं…..

एक बार गणपति का तू दीवाना बन,
जलवा जो देखना है तो मस्ताना बन,
एक बार नाम ले ले उसका तर जाएगा,
खाली हाथ आया है खाली ना जाएगा…..

वो जिसके घर मे आएंगे खुशियां भर भर के लाएंगे,
लगा दो फूलों की लड़ियाँ, मेरे सरकार आए हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आए हैं…..

हो चाहे महल या कुटिया सभी घर आज रौशन हैं,
गली चौबारे महकाओ, मेरे सरकार आए हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आए हैं…..

लगे घर मेरा मंदिर सा, गणेशा आए घर मेरे,
खुशी में झूमे घर आँगन, मेरे सरकार आए हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आए हैं…..

Author: Unknown Claim credit

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