हर जन्मों में भोले का दरबार मिल जाए,
और दिल के खज़ाने से जरा सा प्यार मिल जाए……

भोले का सहारा हो और चरणों में गुजारा हो,
मेरे हर कमों के पीछे भोले का इशारा हो,
इस किस्मत को भोले सा सरकार मिल जाए,
और दिल के खज़ाने से जरा सा प्यार मिल जाए…..

गुणगान हो भोले का और शिवलिंग की पूजा हो,
मेरे मन की कुटिया में और न कोई दूजा हो,
हर दिन इसका दर्शन सौ-सौ बार मिल जाए,
और दिल के खज़ाने से जरा सा प्यार मिल जाए…..

शिव नाम के हीरे-मोती भर जाए झोली में,
बनवारी इसे जाकर बेचू भक्तों की गली में,
जन्म जन्म तक मुझको यही व्यापार मिल जाए,
और दिल के खज़ाने से जरा सा प्यार मिल जाए….

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