वो डमरू वाला नीलकंठ मेरा यार है

भोले बाबा का नीलकंठ दरबार है,
वो डमरू वाला नीलकंठ मेरा यार है,
नीलकंठ के ऊपर जो सरकार है,
मेरा यार है वो मेरा यार है,
भोले बाबा का नीलकंठ दरबार है……

भोले तेरी पिंडी पे है भांग धतूरा चढ़ता,
भरता है पल में झोली, मन इच्छा पूरी करता,
सुनता सबकी तू हो करुणा पुकार है,
मेरा यार है वो मेरा यार है,
भोले बाबा का नीलकंठ दरबार है……

तेरे दर पे भोले कावड़, श्रद्धा से जो भी लाता,
मुँह माँगा वर पा जाता, और जीवन सफल बनाता,
जो सारे जग का पालनहार है,
मेरा यार है वो मेरा यार है,
भोले बाबा का नीलकंठ दरबार है……

देवो के देव ये महादेवा, भोले शंकर कहलाते,
ब्रह्मा विष्णु भी देखो इनका गुण गाते,
‘नागर’ कहता इनकी महिमा अपार है,
मेरा यार है वो मेरा यार है,
भोले बाबा का नीलकंठ दरबार है……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी
पुत्रदा एकादशी

मंगलवार, 05 अगस्त 2025

पुत्रदा एकादशी

संग्रह