|| ॐ सों सोमाय नम: ||

|| ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः ||

।। श्वेतांबरः श्वेता विभूषणस्चा श्वेता धुयातिर दंडाधारो द्विबाहुहु चंद्रो मृत्युत्मा वरदः किरीती माई प्रसादम् विधातु देव:।।

।। दधि शंख तुषारबम क्षीरोदर्णव संभवम् नमामि शशिनं सोमं शम्भोर मुकुटभूषणम् ।।

|| ॐ पद्मद्वाजय विधमहे हेमा रूपया धीमेहे तन्नो चंद्र प्रचोदयत ||

।। सिंहः प्रसेनमवधीत् सिंहो जाम्बवता हतः सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्येष स्यमन्तकः ।।

ॐ भागमलिन्यै नमः।

ॐ कामेश्वरयै नमः।

ॐ वज्रेश्वरयै नमः।

|| दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम नमामि शशिनं सोमं शम्भोर्मुकुटभूषणम् ||

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

शनिवार, 04 मई 2024

वरुथिनी एकादशी
प्रदोष व्रत

रविवार, 05 मई 2024

प्रदोष व्रत
मासिक शिवरात्रि

सोमवार, 06 मई 2024

मासिक शिवरात्रि
परशुराम जयंती

शुक्रवार, 10 मई 2024

परशुराम जयंती
गंगा सप्तमी

मंगलवार, 14 मई 2024

गंगा सप्तमी
सीता नवमी

गुरूवार, 16 मई 2024

सीता नवमी

संग्रह