घर में आओ लक्ष्मी माता,
आओ पधारो श्री गणराजा ।
घर में आओ लक्ष्मी माता,
आओ पधारो श्री गणराजा ।।
दीवाली का त्यौहार आया,
हमने घर को दीपो से सजाया ।
माँ मेरे घर आना भक्तो को भूल न जाना,
सबके घर में चरण धर जाना ।।
घर में आओ लक्ष्मी माता ।
आओ पधारो श्री गणराजा ।।
धन की देवी सबको दौलत देती, दीवाली का उपहार देती,
हो खुशिया देती उमंगें देती, सुखो का संसार देती ।
माँ मेरे घर आना खुशियों से इससे सजाना,
पावन भक्तो का घर कर जाना ।।
घर में आओ लक्ष्मी माता ।
आओ पधारो श्री गणराजा ।।
कमला सन माँ सबपे ममता लुटाती,
देवा गणपति है मंगल मूर्ती ओ,
लक्ष्मी माँ भंडारे भारती,
देवा है कामना पूर्ति ।
माँ मेरे घर आना हाथ जोडू भूल न जाना,
खाली झोली सभी की भर जाना ।।
घर में आओ लक्ष्मी माता ।
आओ पधारो श्री गणराजा ।।
दीवाली का त्यौहार आया,
हमने घर को दीपो से सजाया ।
माँ मेरे घर आना भक्तो को भूल न जाना,
सबके घर में चरण धर जाना ।।
Author: तृप्ति साक्या