
श्री रामजी की आरती
श्री रामजी की आरती श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्।नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।। कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम्।पट्पीत मानहु तडित रूचि शुचि नौमी जनक सुतावरम्।। भजु...
हर दिन पढ़ें ये पावन आरतियाँ! सुबह-शाम की पूजा में शामिल करें हनुमान, शिव, विष्णु जी की आरती। पूर्ण संग्रह BhaktiRas.in पर!
श्री रामजी की आरती श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्।नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।। कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम्।पट्पीत मानहु तडित रूचि शुचि नौमी जनक सुतावरम्।। भजु...
माता कात्यायनी की आरती माता कात्यायनी की आरतीजय जय अम्बे, जय कात्यायनी।जय जगमाता, जग की महारानी॥बैजनाथ स्थान तुम्हारा।वहां वरदाती नाम पुकारा॥ कई नाम हैं, कई धाम हैं।यह स्थान भी तो सुखधाम है॥हर मंदिर में जोत...
करणी माता भोग आरती सभी मिल, सक्ल्या नवलख संग डोकरी जिमो डाढाली ।आसो दाख दुबारा बिस्की, पीवो मद प्याली ॥सुवरण थाल छतीसों भोजन बैठों बिरदाली ॥१॥ साठ पुलाव सोवाता लीजे माता मत वाली ।दाब कलेजी...
जमवाय माता आरती सेवक की सुन मेरी कुल माता हाथ जोड तेरे द्वार खडे ।।धूप दीप नारियल ले हम माँ जमवाय की भेट धरें ।। कछवाह कुल की कुलदेवी माँ हो खुश हम पे कृपा...
हे गोपाल कृष्ण करु आरती तेरी हे गोपाल कृष्ण करु आरती तेरी,हे प्रिया पति मैं करू आरती तेरी,तुझपे ओ कान्हा बलि बलि जाऊं,सांझ सवेरे तेरे गुण गाउँ,प्रेम में रंगी मैं रंगी भक्ति में तेरी,हे गोपाल...
आरती: श्री रामायण जी गावत ब्रहमादिक मुनि नारद ।बाल्मीकि बिग्यान बिसारद ॥शुक सनकादिक शेष अरु शारद ।बरनि पवनसुत कीरति नीकी ॥॥ आरती श्री रामायण जी की..॥ गावत बेद पुरान अष्टदस ।छओं शास्त्र सब ग्रंथन को...
रघुवर श्री रामचन्द्र जी आरती आरती कीजै श्री रघुवर जी की,सत चित आनन्द शिव सुन्दर की॥ दशरथ तनय कौशल्या नन्दन,सुर मुनि रक्षक दैत्य निकन्दन॥ अनुगत भक्त भक्त उर चन्दन,मर्यादा पुरुषोत्तम वर की॥ निर्गुण सगुण अनूप...
स्वामीनारायण आरती जय स्वामीनारायण, जय अक्षरपुरुषोत्तम,अक्षरपुरुषोत्तम जय, दर्शन सर्वोत्तमजय स्वामीनारायण मुक्त अनंत सुपुजित, सुंदर साकारम्,सर्वोपरी करुणाकर, मानव तनुधारम्जय स्वामीनारायण पुरूषोत्तम परब्रह्म, श्रीहरि सहजानन्द,अक्षरब्रह्म अनादि, गुणातीतानंदजय स्वामीनारायण प्रकट सदा सर्वकर्ता, परम मुक्तिदाता,धर्म एकान्तिक स्थापक, भक्ति परित्राताजय...
विन्ध्येश्वरी आरती सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥ पान सुपारी ध्वजा नारियल ।ले तेरी भेंट चढ़ायो माँ ॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥ सुवा...
ॐ जय महावीर प्रभु आरती ॐ जय महावीर प्रभु,स्वामी जय महावीर प्रभु ।कुण्डलपुर अवतारी,चांदनपुर अवतारी,त्रिशलानंद विभु ॥ सिध्धारथ घर जन्मे,वैभव था भारी ।बाल ब्रह्मचारी व्रत,पाल्यो तप धारी ॥॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥ आतम ज्ञान विरागी,सम दृष्टि...
नृसिंह भगवान आरती ॐ जय नरसिंह हरे,प्रभु जय नरसिंह हरे ।स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे,स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे,जनका ताप हरे ॥ॐ जय नरसिंह हरे ॥ तुम हो दिन दयाला,भक्तन हितकारी,प्रभु भक्तन हितकारी ।अद्भुत रूप बनाकर,अद्भुत रूप...
पंच परमेष्ठी आरती इह विधि मंगल आरति कीजे,पंच परमपद भज सुख लीजे ।इह विधि मंगल आरति कीजे,पंच परमपद भज सुख लीजे ॥ पहली आरति श्रीजिनराजा,भव दधि पार उतार जिहाजा ।इह विधि मंगल आरति कीजे,पंच परमपद...