हर दिन पढ़ें ये पावन आरतियाँ! सुबह-शाम की पूजा में शामिल करें हनुमान, शिव, विष्णु जी की आरती। पूर्ण संग्रह BhaktiRas.in पर!

श्री शीतला आरती

श्री शीतला आरती

जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता,आदि ज्योति महारानी सब फल की दाता। ॥ जय शीतला माता… ॥ रतन सिंहासन शोभित, श्वेत छत्र भ्राता,ऋद्धि-सिद्धि मिल चंवर डोलावें, जगमग छवि छाता। ॥ जय शीतला माता… ॥...

श्री नर्मदा आरती

श्री नर्मदा आरती

ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनन्द कन्दी ।ब्रह्मा हरिहर शंकर रेवा शिव , हरि शंकर रुद्री पालन्ती॥ ॥ॐ जय जय जगदानन्दी..॥ देवी नारद शारद तुम वरदायक, अभिनव पदचण्डी।सुर नर मुनि जन सेवत, सुर नर मुनि...

श्री अन्नपूर्णा आरती

श्री अन्नपूर्णा आरती

आरती देवी अन्नपूर्णा जी की बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम। जो नहीं ध्यावै तुम्हें अम्बिके, कहां उसे विश्राम। अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम॥ ॥ बारम्बार प्रणाम… ॥ प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर, कालान्तर...

श्री नवग्रह आरती

श्री नवग्रह आरती

आरती श्री नवग्रहों की कीजै. बाध,कष्ट,रोग,हर लीजै । सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर.जाकी कृपा कबहु नहिं छीजै। ॥ आरती श्री नवग्रहों की कीजै.. ॥ रुप चंद्र शीतलता लायें.शांति स्नेह सरस रसु भीजै। ॥ आरती श्री...

श्री युगलकिशोर की आरती

श्री युगलकिशोर की आरती

आरती युगलकिशोर की कीजै।तन मन धन न्यौछावर कीजै॥गौरश्याम मुख निरखन लीजै,हरि का स्वरूप नयन भरि पीजै।रवि शशि कोटि बदन की शोभा,ताहि निरखि मेरो मन लोभा।ओढ़े नील पीत पट सारी,कुन्जबिहारी गिरिवरधारी।फूलन की सेज फूलन की माला,रत्न...

श्री विन्ध्यवासिनी जी की आरती

श्री विन्ध्यवासिनी जी की आरती

सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी, कोई तेरा पार ना पाया टेक। पान सुपारी ध्वजा नारियल, ले तेरी भेट चढ़ाया।। सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी, सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी।। साड़ी चोली तेरी अंग विराजे, केसर तिलक लगाया। सुन...

माता चिंतपूर्णी जी की आरती

माता चिंतपूर्णी जी की आरती

जै चिन्त्पुर्णी माता, चिन्ता हरो माता |जीवन मेँ सुख दे दो, कश्ट हरो माता ||ॐ जय चिन्त्पुर्णी माता… ऊन्चा पर्वत तेरा, झ्न्डे झूल रहे |करेँ आरती सारे, मन मेँ फूल रहे ||ॐ जय चिन्त्पुर्णी माता…...

आरती देवी शैलपुत्री जी की

आरती देवी शैलपुत्री जी की

शैलपुत्री माँ बैल असवार।करें देवता जय जय कार॥शिव-शंकर की प्रिय भवानी।तेरी महिमा किसी ने न जानी॥पार्वती तू उमा कहलावें।जो तुझे सुमिरे सो सुख पावें॥रिद्धि सिद्धि परवान करें तू।दया करें धनवान करें तू॥सोमवार को शिव संग...

मां ब्रह्मचारिणी की आरती

मां ब्रह्मचारिणी की आरती

जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता।जय चतुरानन प्रिय सुख दाता। ब्रह्मा जी के मन भाती हो।ज्ञान सभी को सिखलाती हो।ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा।जिसको जपे सकल संसारा। जय गायत्री वेद की माता।जो मन निस दिन तुम्हें ध्याता।...

आगामी उपवास और त्यौहार

निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी
ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा

संग्रह