
राणी सती जी की आरती
जय श्री राणी सती मैया, जय जगदम्ब सती जी।अपने भक्तजनों की दूर करो विपती॥जय. अपनि अनन्तर ज्योति अखण्डित मंडित चहुँककुंभा।दुरजन दलन खडग की, विद्युतसम प्रतिभा॥जय. मरकत मणि मन्दिर अति मंजुल, शोभा लखि न बड़े।ललित ध्वजा...
हर दिन पढ़ें ये पावन आरतियाँ! सुबह-शाम की पूजा में शामिल करें हनुमान, शिव, विष्णु जी की आरती। पूर्ण संग्रह BhaktiRas.in पर!
जय श्री राणी सती मैया, जय जगदम्ब सती जी।अपने भक्तजनों की दूर करो विपती॥जय. अपनि अनन्तर ज्योति अखण्डित मंडित चहुँककुंभा।दुरजन दलन खडग की, विद्युतसम प्रतिभा॥जय. मरकत मणि मन्दिर अति मंजुल, शोभा लखि न बड़े।ललित ध्वजा...
ॐ जय हनुमत वीरा स्वामी जय हनुमत वीरा, संकट मोचन स्वामी तुम हो रणधीरा॥ॐ॥ ॐ जय हनुमत वीरा स्वामी जय हनुमत वीरा, संकट मोचन स्वामी तुम हो रणधीरा॥ॐ॥ पवन-पुत्र अंजनी-सुत महिमा अति भारी, दुःख दरिद्र...
जय जय श्री बगलामुखी माता. आरति करहूँ तुम्हारी॥ टेक॥पीत वसन तन पर तव सोहै, कुण्डल की छबि न्यारी॥जय-जय”कर-कमलों में मुद्गर धारै, अस्तुति करहिं सकल नर-नारी॥जय-जय”चम्पक माल गले लहरावे, सुर नर मुनि जय जयति उचारी॥जय-जय”त्रिविध ताप...
ॐ जय श्री जीण माता, जय श्री जीण माता।जो ध्यावत जग झंझट, उसका कट जाता ।। ॐ जय।। रत्न जड़ित सिंहासन, अद्भुत छवि न्यारी।सिर पर छत्र लसत है, राजत महतारी ।। ॐ जय।। कर कंगन,...
आरती कीजै श्री रघुवर जी की,सत् चित् आनन्द शिव सुन्दर की।दशरथ तनय कौशल्या नन्दन,सुर मुनि रक्षक दैत्य निकन्दन।अनुगत भक्त भक्त उर चन्दन,मर्यादा पुरुषोतम वर की।आरती कीजै श्री रघुवर जी की…। निर्गुण सगुण अनूप रूप निधि,सकल...
ऊँ जय बृहस्पति देवा,जय बृहस्पति देवा।छिन छिन भोग लगाऊँ,कदली फल मेवा॥ऊँ जय बृहस्पति देवा॥ तुम पूर्ण परमात्मा,तुम अन्तर्यामी।जगतपिता जगदीश्वर,तुम सबके स्वामी॥ऊँ जय बृहस्पति देवा॥ चरणामृत निज निर्मल,सब पातक हर्ता।सकल मनोरथ दायक,कृपा करो भर्ता॥ऊँ जय बृहस्पति...
जय जय पितरजी महाराज,मैं शरण पड़यो हूँ थारी।शरण पड़यो हूँ थारी बाबा,शरण पड़यो हूँ थारी॥ जय जय पितरजी महाराज। आप ही रक्षक आप ही दाता,आप ही खेवनहारे।मैं मूरख हूँ कछु नहि जाणू,आप ही हो रखवारे॥...
पारसनाथ प्रभु, पारसनाथ प्रभु हम सब उतारें थारी आरतीपारसनाथ-पारसनाथ हम सब उतारे थारी आरती हो… धन्य धन्य माता वामा देवी हो देख-देख लाल को हरषायेंखेले जब गोद में, खुशी तीनो लोक मेंखुशियों से भरी ये...
पवन मंद सुगंध शीतल,हेम मंदिर शोभितम् ।निकट गंगा बहत निर्मल,श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥ शेष सुमिरन करत निशदिन,धरत ध्यान महेश्वरम् ।वेद ब्रह्मा करत स्तुति,श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम् ॥ ॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥ शक्ति गौरी गणेश शारद,नारद...
शांतिनाथ भगवान की हम आरती उतारेंगे। आरती उतारेंगे हम आरती उतारेंगे आरती उतारेंगे हम आरती उतारेंगे शांतिाथ भगवान… हस्तिनापुर में जनम लिये हे प्रभु देव करे जयकारा हो । जन्म महोत्सव करें कल्याणक, नाचे झूमे...
जय केदार उदार शंकर, मन भयंकर दुख हरम्, गौरी गणपति स्कंद नंदी, श्री केदार नमाम्यहम्। शैली सुंदर अति हिमालय, शुभ मंदिर सुंदरम्, निकट मंदाकिनी सरस्वती जय केदार नमाम्यहम्। उदक कुंड है अधम पावन रेतस कुंज...
आरती उतारूँ आदिनाथ भगवान कीमाता मरुदेवि पिता नाभिराय लाल कीरोम रोम पुलकित होता देख मूरत आपकीआरती हो बाबा, आरती हो, प्रभुजी हमसब उतारें थारी आरतीतुम धर्म धुरन्धर धारी, तुम ऋषभ प्रभु अवतारीतुम तीन लोक के...