लगवा दे मईया लाटरी
लगवा दे, मईया…जय हो ॥
लगवा दे, मईया लाटरी, दस करोड़ की ॥
सुना है, दर से, तुम तो किसी को, ख़ाली, नहींयों मोड़ती,
झोलियाँ, सब की, भर देती हो, दिल, न किसी का, तोड़ती,
लगवा दे, मईया…जय हो ॥ लाटरी, दस करोड़ की ॥
सच्चे, करदे, सपने मेरे ।
गुण, सदा ही, गाऊँ तेरे ॥
हैपी, शानदार है लेनी, बंगला लेना, कार है लेनी ।
बेडा तुम, मंझधार में अपने…जय हो ॥ भक्तों का न छोड़ती,
लगवा दे, मईया…जय हो ॥ लाटरी…
गागर, में तूँ, सागर भरती ।
तूँ, मिटटी को, सोना करती ॥
रंक, को तूँ, राजा बनाती, घड़ी, में सोए, भाग जगाती ।
लालों, को सुख, देने को ही…जय हो ॥ लाल चुनरिया ओढ़ती,
लगवा दे, मईया…जय हो ॥ लाटरी…
मेरी, भी काया, माँ पलटा दे ।
चमत्कार, माँ, मुझे दिखा दे ॥
सिद्ध, मनोरथ, करदे सारे, चमका दे, तकदीर के तारे ।
तुम, तो टूटी, आस की डोरी…जय हो ॥ सदा सदा जी जोड़ती,
लगवा दे, मईया…जय हो ॥ लाटरी…
Author: Unknown Claim credit