माँ दुर्गा क्षमा याचना पाठ स्तुति
स्तुति पूजा पाठ कथा कीर्तन ,अरदास मेरी स्वीकार करो -२
भाषा छन्द शब्द की भूल मेरी-२ ,अपराध क्षमा सरकार करो -२
स्तुति पूजा …..
मंत्र यंत्र का ज्ञाता नहीं -२ आवाहन विसर्जन आता नहीं -२
क्या भेंट धरूँ धन पास नहीं -२ मंजूर मेरे उदगार करो -२
स्तुति पूजा …
तेरे नाम धाम कई रूप वर्ण -२ मैं तो जानूं माँ अनुसरन शरण -२
करुणा-सिंधु कल्याणी अम्बे ,-२ जननी जन का उधार करो -२
स्तुति पूजा …
हूँ नीच अधम अपना लो मुझे -२ अपने आँचल में छुपा लो मुझे -२
उलझा हूँ जगत की उलझन में ,-२ मेरा बड़ा भंवर से पार करो -२
स्तुति पूजा …
है पुत्र कुपुत्र हो जाता कहीं -२ होती पर माता कुमाता नहीं -२
भूला बिसरा मैं बालक हूँ ,-२ मेरे मन मंदिर उजियार करो -२
स्तुति पूजा …
यह दास ‘मधुप’की चाह माता -२ रहे जन्म तुम संग नाता -२
हो होंठों पे हरदम नाम तेरा ,-२ इतना मुझ पर उपकार करो -२
स्तुति पूजा पाठ कथा कीर्तन ,अरदास मेरी स्वीकार करो।
भाषा छन्द शब्द की भूल मेरी-२ ,अपराध क्षमा सरकार करो -२
स्तुति पूजा पाठ कथा कीर्तन ,अरदास मेरी स्वीकार करो।
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