तेरे दर पे आ गए हैं अब दूर नहीं जाना,
दामन पकड़ा तेरा कहीं और नहीं जाना……….

बिगड़ी तक़दीरों को मैय्या आप बनाते हो,
डूबी हुई नैय्या को मैय्या आप उठाते हो,
मेरा ये जीवन दाती चरणो में लग जाऊँ,
तेरे दर पे आ गए हैं अब दूर नहीं जाना…..

ये जाम मोहब्बत का जो कोई पी लेता है,
भूल जाता है ग़म सारे मस्ती में जी लेता,
मस्ती उतरती ही नहीं नशा चढ़ के उतर जाता,
तेरे दर पे आ गए हैं अब दूर नहीं जाना……

तस्वीर तेरी दाती मेरे मन में बस गयी है,
तेरी राह मेरी दाती रोम रोम में बस गयी है,
जब ताल से ताल बजे तब रुका नहीं जाता,
तेरे दर पे आ गए हैं अब दूर नहीं जाना……

ये प्यार का सौदा है निर्धन की बाज़ी है,
कोई माने या ना माने मेरी मैय्या राज़ी है,
जब उठे हिलोरे माँ तब रुका नहीं जाता,
तेरे दर पे आ गए हैं अब दूर नहीं जाना…….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी
पुत्रदा एकादशी

मंगलवार, 05 अगस्त 2025

पुत्रदा एकादशी

संग्रह