देवो के महाराज

देवो के महाराज गणपति देवो के महाराज,
सब से पहले तुम्हे मनाये,
पूरण कर दो काज गणपति देवो के महाराज,
देवो के महाराज……

लम्बोदर सुन्दर काया मुस्क की सवारी,
सूरज हो चाहे चंदा तारे सब है शरण तिहारी ,
काज करे आरम्भ गजानन करे तेरा आगाज,
गणपति देवो के महाराज…..

फूल सुपारी पान और लड्डू तेरे चरण चढ़ाऊ,
आ के मोका दो सेवा का छपन भोग लगाऊ,
जैसी सेवा तुम चाहोगे मैं करुगा तेरी आज,
गणपति देवो के महाराज……

जिस घर में हो वास तेरा अनधन भेवव आये,
गोरव तेरा भजन लिखे है अटल बिहारी गाये,
कोई न जाने माया तेरी,
ना जाने कोई राज गणपति देवो के महाराज…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी
पुत्रदा एकादशी

मंगलवार, 05 अगस्त 2025

पुत्रदा एकादशी
रक्षा बन्धन

शनिवार, 09 अगस्त 2025

रक्षा बन्धन
श्रावण पूर्णिमा

शनिवार, 09 अगस्त 2025

श्रावण पूर्णिमा
कृष्ण जन्माष्टमी

शनिवार, 16 अगस्त 2025

कृष्ण जन्माष्टमी
अजा एकादशी

मंगलवार, 19 अगस्त 2025

अजा एकादशी

संग्रह