गणपति भप्पा हरलो भक्तो की पीड़

गणपति भप्पा हरलो भक्तो की पीड़,
हर वरस आएंगे वो सागर के तीर,
गणपति भप्पा हरलो भक्तो की पीड़,

रिद्धि सीधी के दाता हो तुम्ही विद्याता,
तुम ही गुरु सखा तुम पितु माता,
तेरी विदाई है प्रभु उड़े है अभीर ,
हर वरस आएंगे वो सागर के तीर,
गणपति भप्पा हरलो भक्तो की पीड़,

तुम ही सहारा देवा तू ही हो आशा,
पूजा भी ना जाने हम हरलो निराशा,
होठो पे प्यास है आँखों में नीर,
हर वरस आएंगे वो सागर के तीर,
गणपति भप्पा हरलो भक्तो की पीड़,

Author: Guru Ashish

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह