हे गौरी नंदन तुझको वंदन

हे गौरी नंदन तुझको वंदन तेरा रूप निराला,
हे गौरी नंदन तुझको वंदन तेरा रूप निराला,

सिद्धि सदन गज बदन विनायक कृपा सिंधु सुंदर सब लायक
ब्रह्मा विष्णु जपते निश्चित तेरे नाम की माला
हे गौरी नंदन तुझको वंदन तेरा रूप निराला,

मोदक प्रिय मृदु मंगल दाता विद्या वारिधी बुद्धि विधाता
कृपा करो अब अंतर्यामी गौरी सुत गणराजा
हे गौरी नंदन तुझको वंदन तेरा रूप निराला,

चंदा ने तेरा रूप बनाया तारों ने गहना पहनाया
सब ऋषियों ने नमन किया तुझे भक्तों के प्रतिपाला
हे गौरी नंदन तुझको वंदन तेरा रूप निराला,

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी
गुरु गोविंद सिंह जयंती

शनिवार, 27 दिसम्बर 2025

गुरु गोविंद सिंह जयंती
पौष पूर्णिमा

शनिवार, 03 जनवरी 2026

पौष पूर्णिमा

संग्रह