मोरे अंगना पधारो हे गजानन

मोरे अंगना पधारो हे गजानन,
जोड कर और तेरे पखारू चरण,
मोरे अंगना पधारो हे गजानन….

सज गयी सारी गलिया,
सज गये सब नगर,
अपनी पलकों से हमने,
सजायी डगर,
राह तेरी निहारे है पल पल नयन,
मोरे अंगना पधारो हे गजानन,
जोड कर और तेरे पखारू चरण,
मोरे अंगना पधारो हे गजानन…….

आरती तेरे गुण टेर गायेंगे हम,
और चन्दन का टिका लगायेंगे हम,
तोरे गंगा के जल से धुलाये चरण,
मोरे अंगना पधारो हे गजानन,
जोड कर और तेरे पखारू चरण,
मोरे अंगना पधारो हे गजानन…….

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