काटो कलेश मन के,
सारे संताप हरो,
विघ्नहर्ता मंगलकर्ता,
जीवन में आनंद भरो….

प्रथम तुम्हारी पूजा से गजानन,
सब काम सफल हो जाते हैं,
शुभ का होता श्री गणेश है,
सुख स्वपन असल हो जाते हैं,
रिद्धि सिद्धि पा जाता है वो,
सिर पे जिसके तुम हाथ धरो,
काटो कलेश मन के,
सारे संताप हरो,
विघ्नहर्ता मंगलकर्ता,
जीवन में आनंद भरो……

देखे जो भी छवि मनोरम,
वो पल में तुम्हारा हो जाता है,
और हो जाए जो तुम्हारा,
वो जग का प्यारा हो जाता है,
मैं भी हो गया हूं भगवन तुम्हारा,
राजीव को अपना लो स्वीकार करो,
मुझे भी अपना लो स्वीकार करो,
काटो कलेश मन के,
सारे संताप हरो,
विघ्नहर्ता मंगलकर्ता,
जीवन में आनंद भरो……

Author: राजीव त्यागी नजफगढ़ नई दिल्ली

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