राहों में फूल बिछाएगे गजानंद मेरे घर आएंगे….
गजानंद मेरे घर आएंगे ,
चंदन चौकी पर बैठाएंगे,
गंगाजल से चरण धुलाएंगे, गजानंद मेरे घर आएंगे….
गजानंद मेरे घर आएंगे,
हम सबके कारज कराएंगे,
माथे पर तिलक लगाएंगे, गजानंद मेरे घर आएंगे….
पाठ पितांबर कसरे की धोती,
मोतियों के हार पहनाएंगे, गजानंद मेरे घर आएंगे….
मोदक लाडू खीर चूरमा,
हम सब प्रसाद बनाएंगे,
रुचि रुचि भोग लगाएंगे, गजानंद मेरे घर आएंगे….
धूप दीप से करें आरती,
हम तेरी ज्योत जलाएगे,
कीर्तन कर शोभा बढ़ाएंगे, गजानंद मेरे घर आएंगे….
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