सुन हे शिव के लाला गोरी मईया के दुलारे,
रिधि सीधी के स्वामी सुनो देव घनो के प्यारे ,
अपनी शरण में लेलो हम है इस दुनिया से हार ,
हम ने सुना है सब से पेहले करे तुम्हारा जो वंदन,
काम सफल हो जाते उस के कट ते भव के बंदन,
तुम से है विनती ये मेरी प्रभु रखलो ध्यान हमारा,
दीन हीन सब है घनायक बस तेरे ही सहारे,
सुन हे शिव के लाला गोरी मईया के दुलारे,
तुम्हे मिला है शिव से ही वर मंगल तुम हो करते
अपने भगत जनों के गणपति विघन सभी तुम हरते,
बिन तेरे किरपा गणपति नही मेरा गुजारा,
दुनिया के ठुकराए हम सब आन पड़े तेरे द्वारे,
सुन हे शिव के लाला गोरी मईया के दुलारे,
बुधिमान तुम जैसा देव कोई दुनिया में न पाया,
मात पिता को मान ये जग तुमने फेरा लगाया
तेरे द्वार से कोई भी देवा गया कभी नही खाली,
अपनी बुधि के बल पर तूने सब के काज सवारे,
सुन हे शिव के लाला गोरी मईया के दुलारे,
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