आन पधारो गणपत जी पूरण करदो सब काज,
विच सभा के बैठया मोरी पत रखदो महाराज,
गणपति बप्पा मोरिया मंगल मूर्ती मोरिया……

रिद्धि सिद्धि के मालक तुम हो,
सबके भाग्य विधाता तुम हो,
पहले होवे पूजा हमेश जी,
तेरी जय हो जय जय गणेश जी…….

जो बांझन है संतान वो पाए,
तेरी दया से लाल खिलाये,
सबकी पूरी करते हमेश जी
अर्ज़ी पूरी करते हमेश जी,
तेरी जय हो जय जय गणेश जी…….

चार भुजा मूषक की सवारी,
चरणी लगती है दुनिया सारी,
जग में सबसे प्रथम गणेश जी,
तेरी जय हो जय जय गणेश जी….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कालभैरव जयंती

शुक्रवार, 22 नवम्बर 2024

कालभैरव जयंती
उत्पन्ना एकादशी

मंगलवार, 26 नवम्बर 2024

उत्पन्ना एकादशी
मासिक शिवरात्रि

शुक्रवार, 29 नवम्बर 2024

मासिक शिवरात्रि
गीता जयंती

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

गीता जयंती
मोक्षदा एकादशी

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

मोक्षदा एकादशी
दत्तात्रेय जयंती

शनिवार, 14 दिसम्बर 2024

दत्तात्रेय जयंती

संग्रह