वो हैं गणपति गजानन

होता है हर काज का आरम्भ,
जिनके नाम से शुभारम्भ,
वो हैं गणपति गजानन,
जय जय गणपति गजानन,
जय जय गणपति गजानन…..

प्रदक्षिणा कर मात पिता की,
दिया जिन्होंने उन्हें सम्मान,
वो हैं गणपति गजानन,
जय जय गणपति गजानन,
जय जय गणपति गजानन….

होता है हर काज का आरम्भ….

सकल जगत के पालनहारी,
जगत सारा जिनकी संतान,
वो हैं गणपति गजानन,
जय जय गणपति गजानन,
जय जय गणपति गजानन….

होता है हर काज का आरम्भ…..

मसी किया समुद्र जिन्होंने,
रच दिया ग्रंथ महान,
वो हैं गणपति गजानन,
जय जय गणपति गजानन,
जय जय गणपति गजानन…..

होता है हर काज का आरम्भ…..

प्रथम देव प्रथम पूजनीय,
जिनके चरणों में जहान,
वो हैं गणपति गजानन,
जय जय गणपति गजानन,
जय जय गणपति गजानन…..

होता है हर काज का आरम्भ….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह