आप ने अपना बनाया मेहरबानी आपकी,
हम भक्तों को चरणों से लगाया मेहरबानी आपकी॥
हम ना भूलेंगे कभी एहसान प्रभुजी आपका,
अपने चरणों से लगाया मेहरबानी आपकी,
आप ने अपना बनाया मेहरबानी आपकी…..
हर मुरादें पूरी होती तेरे इस दरबार में,
हर जुबां पर आज सतगुरु है कहानी आपकी,
आप ने अपना बनाया मेहरबानी आपकी….
दिल से चाहते हैं तुम्हें हम कैसे भूलेंगे भला,
अब तो यह दिल भी हमारा है निशानी आपकी,
आप ने अपना बनाया मेहरबानी आपकी…..
Author: Unknown Claim credit