जो कुछ भी हु मैं गुरुवर तेरी मेहरबानी है

तुमसे ही मिली खुशिया तुम से जिंदगानी है,
जो कुछ भी हु मैं गुरुवर तेरी मेहरबानी है,
तुमसे ही मिली खुशिया तुम से जिंदगानी है….

कभी सोचा न था मैंने तूने वो कर डाला,
तुने मेरे जीने का अंदाज बदल डाला,
तेरी महिमा गाई तो पेहचान ये पाई है,
जो कुछ भी हु मैं गुरुवर तेरी मेहर मेहरबानी है….

सुना मेरा जीवन था तू बन के बाहार मिला,
मेरी नाव् भवर में थी बन के पतवार मिला,
पहले गम के आंसू से अब खुशिया आई है,
जो कुछ भी हु मैं गुरुवर तेरी मेहरबानी है….

तूने ज्ञान जगाया है भगती भी जगाई है,
हम भगतो की तूने तकदीर बनाई है,
तेरी शरण में रेहना तुमसे प्रीत लगाई है,
जो कुछ भी हु मैं गुरुवर तेरी मेहरबानी है….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी
गुरु गोविंद सिंह जयंती

शनिवार, 27 दिसम्बर 2025

गुरु गोविंद सिंह जयंती
पौष पूर्णिमा

शनिवार, 03 जनवरी 2026

पौष पूर्णिमा

संग्रह