सतगुरु के दरबार से खाली नहीं जाएंगे,
खाली झोली लाए हैं भरके झोली जाएंगे….

भटक भटक कर ये जग देखा कोई नहीं हमारा है,
तेरा ही आधार हमें तो तेरा ही सहारा है,
तेरी महिमा प्रभु जी भूल नहीं पाएंगे,
खाली झोली लाए हैं भरके झोली जाएंगे….

बड़ी दूर से आस लगाकर तेरे दर पर आए हैं,
अब तो संकट दूर करोदुख के बहुत सताए है,
तेरे दर को छोड़कर और कहां जाएंगे,
खाली झोली लाए हैं भरके झोली जाएंगे….

नजर दया की हम पर रखना सदा बुलाते रहना तुम,
सब की झोली भर दो दाता दास का ये कहना सुन,
सेवक तेरे द्वार से हंसते-हंसते जाएंगे,
खाली झोली लाए हैं भरके झोली जाएंगे….

Author: Unknown Claim credit

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