वाल्मीकि की जय जय,
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
वाल्मीकि की जय जय,
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय…….
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल,
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय,
स्वामी वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय…..
सर्व कला संपूर्ण टीनो लोक रचना
भगवान टीनो लोक रचना सतगुरु टीनो लोक रचना
अलख निरंजन स्वामी तुम सबके करता
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु भगवान वाल्मीकि की जय जय,
गुरु भगवान वाल्मीकि की जय जय,
वाल्मीकि की जय जय,
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय,
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल,
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय,
स्वामी वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय…….
वाल्मीकि परमेश्वर आदि का तू अनंत जे जगद का तू अनंत,
दिन बंधु मेरे दीना बंधु मेरे पूर्ण भगवंत,
गुरु वाल्मीकि की जय जय,
स्वामी वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय,
वाल्मीकि की जय जय,
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय,
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल,
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय,
स्वामी वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय……
पूर्ण गुरु श्री दयाला सबके दुख हरता,
भगवान सबके दुख हरता,
शाम सवेरे तुमरा भजन राम हरता,
गुरु वाल्मीकि की जय जय,
स्वामी वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय,
वाल्मीकि की जय जय,
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय,
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल,
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय,
स्वामी वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय…..
योग वशिष्ठ बनाया रामचरित्र रचा सतगुरु रामचरित्र रचः,
लक्कर पापी तार गए शंकर अमर कथा,
गुरु वाल्मीकि की जय जय,
स्वामी वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय,
वाल्मीकि की जय जय,
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय,
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल,
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय,
स्वामी वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय…..
वाल्मीकि जी आरती जो कोई नर गए,
भगवान जो कोई नर गए सतगुरु जो कोई नर गए,
कहत ज्ञान नाथ स्वामी मन इच्छा फल पावे,
गुरु वाल्मीकि की जय जय,
स्वामी वाल्मीकि की जय जय,
वाल्मीकि की जय जय,
भगवान वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय,
सकल सृष्टि का मेल सकल सृष्टि का मेल,
मुक्ति के भूल दाता गुरु वाल्मीकि की जय जय,
स्वामी वाल्मीकि की जय जय,
सतगुरु वाल्मीकि की जय जय…..
Author: Unknown Claim credit