सतगुरु दर बजे बधाई, खुशियों की घड़ियां आई,
सतगुरु दर बजे बधाई, खुशियों की घड़ियां आई,
खुशियों की घड़ियां आई, खुशियों की घड़ियां आई,
आज संगत देवे बधाई, खुशियों की घड़ियां आई,
सतगुरु दर बजे बधाई, खुशियों की घड़ियां आई….

तू हमे जहा से है प्यारा,
लागे तीन लोक से भी न्यारा,
हर मन में ख़ुशी समाई,
आज संगत देवे बधाई, खुशियों की घड़ियां आई…

प्रेमी तेरे ख़ुशी मनावे है,
नाँचे सब दरबार पावे हैं,
बाजै ढ़ोल मृदंग शहनाई,
आज संगत देवे बधाई, खुशियों की घड़ियां आई…

प्रभु देख देख मुस्कावे हैं,
मेरी नज़र नहीं हट पावै हैं,
हर मन में ख़ुशी समाई ,
खुशियों की घड़ियां आई,
आज संगत देवे बधाई, खुशियों की घड़ियां आई…

दूर दूर से संगत आए जी,
तेरे महिमा सब को सुनावे जी,
मैं जिंद जा तुजपार वारी,
आज संगत देवे बधाई, खुशियों की घड़ियां आई…

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