लाल देह लाली लगा के,
सियाराम को दिल मे बसा के,
भजते है सिया राम जी,
मेरे हनुमान जी,
जय सियाराम जी……

राम काज को धावे आगे,
संकट बिघ्न न इनको लागे,
भक्ति राम की ये बस मांगे,
सोये चाहे जब जब जागे,
बस यही है इनका काम जी,
मेरे हनुमान जी,
जय सियाराम जी…..

त्रेता मे राम के सेवक,
द्वापर मे कृष्ण सहायक,
कलयुग मे हैँ सबके नायक,
नाम इनका हैँ फलदायक,
कृपा है इनका महान जी,
मेरे हनुमान जी,
जायसिया राम जी,
लाल देह लाली लगा के…..

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