श्री बालाजी के चरणों में,
लिया रहना जिसने ठान,
संकट संताप सभी मिटे,
हुआ सदा उसका कल्याण,
वीर महावीर बजरंगी के,
बसे ह्रदय सिया राम,
बिगड़ी सदा बनाने वाले,
जय जय पवन सुत हनुमान,
श्री बालाजी के चरणों में,
लिया रहना जिसने ठान…..

निर्धन को धनवान बनाते,
और निर्बल को बलवान,
बिन मांगे उसको दे देते,
लगाता चरणों में जो ध्यान,
श्री बालाजी के चरणों में,
लिया रहना जिसने ठान…..

नैया उसकी पार लगाते,
पतवार लेते जिसकी थाम,
लेने शरण जो चरणों में आता,
उसे तो मिल जाते चारों धाम,
श्री बालाजी के चरणों में,
लिया रहना जिसने ठान…..

राजीव आस यही मेरे मन की,
सदा जपता रहूं हनुमान,
हो रहूं दीवाना सदा उनका,
जब तक घट में जान,
श्री बालाजी के चरणों में,
लिया रहना जिसने ठान….

अंत काल जब आए,
और छूटे तन से प्राण,
चरण शरण में मिले ठिकाना,
वही मेरा स्वर्ग सा धाम,
श्री बालाजी के चरणों में,
लिया रहना जिसने ठान…..

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

राधा अष्टमी

बुधवार, 11 सितम्बर 2024

राधा अष्टमी
दुर्वा अष्टमी

बुधवार, 11 सितम्बर 2024

दुर्वा अष्टमी
परिवर्तिनी एकादशी

शनिवार, 14 सितम्बर 2024

परिवर्तिनी एकादशी
ओणम/थिरुवोणम

रविवार, 15 सितम्बर 2024

ओणम/थिरुवोणम
पितृपक्ष प्रारम्भ

मंगलवार, 17 सितम्बर 2024

पितृपक्ष प्रारम्भ
अनंत चतुर्दशी

मंगलवार, 17 सितम्बर 2024

अनंत चतुर्दशी

संग्रह