चौमासे की रात बर्सात मध भाई है

चौमासे की रात बर्सात मध भाई है
तेरी यादं फेरु आई है

बरखा की झड़ी से आँसु की लडी भी दया सू मिल गई
मुरझाए चमन की कलियाँ कन्हैया की दया सू खिल गई
थाम ले वो हाथ रखी कितनी समाई है

दीनबंधु से फरियाद है मेरी संभालो साँवरा
बैंक खिवैया बस संसार सिंधु से बचालो साँवरा
कल्जे कि बात छानी तेरेसे टिकैयी है

श्याम बहादुर किशान शिव तू ही तेरे से प्यार है
बांसुरीवाला मस्तान निराला मेरा दिलदार है
खाई मैंने माद यही दिल की दवाई है

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी
गुरु गोविंद सिंह जयंती

शनिवार, 27 दिसम्बर 2025

गुरु गोविंद सिंह जयंती
पौष पूर्णिमा

शनिवार, 03 जनवरी 2026

पौष पूर्णिमा

संग्रह