श्याम के दरबार से झोली भर कर जायेगे

श्याम के दरबार से झोली भर कर जायेगे

दर्शन करने आये दर्शन करके जायेगे

श्याम के दरबार से झोली भर कर जायेगे

बहुत दिनों से थी अभिलाषा श्याम का दर्शन पाने की

आज हुई है पूरी आशा श्याम से नैन मिलाने की

आँखों आँखों में कुछ बाते कर के जायेगे

श्याम के दरबार से झोली भर कर जायेगे

फिकर तुम्हे है हम बच्चो की जो दोगे ले लेंगे हम

जिस रस्ते की राह दिखाओ उस रस्ते चल देंगे

हम चलते चलते तेरी जय जय कार लगाये गे

श्याम के दरबार से झोली भर कर जायेगे

जब जब तेरी याद सताए आकर दर्शन दे देना

हर ग्यारस पर हम को बाबा खाटू धाम बुला लेना

तेरी नगरी में हम आकर मौज उडाये गे

श्याम के दरबार से झोली भर कर जायेगे

श्याम तेरा परिवार बड़ा है तुझ पर सब का डेरा है,

बिन्नू केहता ध्यन ध्यन प्रभु बहुत बड़ा दिल तेरा है

दूजा कोई न और जग में तुझसा पायेगे

श्याम के दरबार से झोली भर कर जायेगे

Author: Sanjay Mittal

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