ब्रज में उड़ रहा रंग गुलाल
होली खेले मदन गोपाल
आज रंग बरस रहा
1 राधा के संग श्याम सलोना, झूम झूम के नाच रहा
बंसी की धुन में मोर पपीहा, ढोल नगाड़ा बाज रहा
हो मल दियो ऐसा अबीर गुलाल, कर दिया सबको लालो लाल
आज रंग बरस रहा
2 वृंदावन की कुंज गलीन में आए कृष्ण मुरारी
भर पिचकारी मोहन दौड़े भागे सखियां सारी
मेरे नैन भर अबीर भीगा दिया मेरे तन का चीर
आज रंग बरस रहा
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