दुनिया ये छलावा है

दुनिया ये छलावा है

दुनिया ये छलावा है,
कही तुम भी ना छल जाना,
बदले दुनिया लेकिन,
तुम भी ना बदल जाना।।

तुमसे ये जीवन है,
आधार हो तुम मेरा,
सच सच बोलूं जी मैं,
संसार हो तुम मेरा,
मुझ निर्बल ने बाबा,
तुमको ही तो बल माना,
बदले दुनिया लेकिन,
तुम भी ना बदल जाना।।

गर तुम जो बदले तो,
पुतला ये टूटेगा,
इस जीवन का सूरज,
एक पल में डूबेगा,
इस प्रेम के बंधन को,
मत तोड़ निकल जाना,
बदले दुनिया लेकिन,
तुम भी ना बदल जाना।।

तुम साथ जो मेरे हो,
जग की परवाह नहीं,
दुःख में ना बहे आँसू,
सुख की कोई चाह नहीं,
तेरी सेवा में बीते,
उस पल को ही पल माना,
बदले दुनिया लेकिन,
तुम भी ना बदल जाना।।

दुनिया ये छलावा है,
कही तुम भी ना छल जाना,
बदले दुनिया लेकिन,
तुम भी ना बदल जाना।।

Author: Sanjay Mittal

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह