चण्डी है महाकाली कालीका खप्पर वाली,
खप्पर वाली मैया खप्पर वाली,
रूप धरी रे विकराल कालीका खप्पर वाली,

1.खून से अपना खप्पर भरने ,
चली दुष्टो से माँ वध करने ,
लेके खडग विशाल कालीका खप्पर वाली,

  1. भरली नेत्र में क्रोध की ज्याला,
    डाल गले मुंडो की माला,
    बिखराये है बाल कालीका खप्पर वाली,

3.रूप धरी काली का रण में,
मारी रक्तबीज को छण में,
की पापी को निहाल कालीका खप्पर वाली,

  1. अष्ठ भुजी है मात भवानी,
    सीता उमा है जगकल्याणी,
    काटे मायाजाल कालीका खप्पर वाली।

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह