झूठी दुनिया से मन को हटाले,
ध्यान मैया जी के चरणों में लगाले,
नसीबा तेरा जाग जाएगा,
नसीबा तेरा जाग जाएगा…..

सच्चा है दरबार यहाँ माँ अम्बे का,
मिलता है प्यार यहाँ जगदम्बे का ||

रहोगे दूर चरणों से तो खोना ही खोना,
वह पीतल ही पीतल है यहाँ सोना ही सोना है,
नसीबा जगाना है तो माँ के चरणों की शरण में आओ,
और बोलो जय माता दी,
झूठे संसार का तो चलन अनोखा है,
पग पग मिले यहाँ धोखा ही धोखा है,
पग पग मिले यहाँ धोखा ही धोखा है,
मान जाएगी तू मैया को मनाले,
ज्योत माँ की तू प्रेम से जगा ले,
नसीबा तेरा जाग जाएगा,
लख्या नसीबा तेरा जाग जाएगा…..

सच्चा है दरबार यहाँ माँ अम्बे का,
मिलता है प्यार यहाँ जगदम्बे का ||

माल तेरे पास है तो माल तेरा खायेंगे,
हुआ जो ख़तम तो नजर नही आयेंगे,
हुआ जो ख़तम तो नजर नही आयेंगे,
महामाई को तू अपना बना ले,
प्यार माँ का अनूठा है तू पाले,
नसीबा तेरा जाग जाएगा,
ओये भक्ता नसीबा तेरा जाग जाएगा…..

सच्चा है दरबार यहाँ माँ अम्बे का,
मिलता है प्यार यहाँ जगदम्बे का ||

शेरावाली मैया मेरी ममता की खान है,
भक्तो को प्यार देती बड़ी ही महान है,
भक्तो को प्यार देती बड़ी ही महान है,
हाथ इनका तू सर पे धरा ले,
काम फिर चाहे कुछ भी करा ले,
नसीबा तेरा जाग जाएगा,
ओये लख्या नसीबा तेरा जाग जाएगा……

सच्चा है दरबार यहाँ माँ अम्बे का,
मिलता है प्यार यहाँ जगदम्बे का ||

श्यामसुन्दर मैया तेरे चरणों का दीवाना है,
सारा जग झूठा सच्चा तेरा माँ ठिकाना है,
सारा जग झूठा सच्चा तेरा माँ ठिकाना है,
मातृदत लो चरणों में लगा ले,
लख्खा बिगड़ी हुई को बनाले,
नसीबा तेरा जाग जाएगा,
ओये लख्या नसीबा तेरा जाग जाएगा…..

सच्चा है दरबार यहाँ माँ अम्बे का,
मिलता है प्यार यहाँ जगदम्बे का ||

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

राधा अष्टमी

बुधवार, 11 सितम्बर 2024

राधा अष्टमी
दुर्वा अष्टमी

बुधवार, 11 सितम्बर 2024

दुर्वा अष्टमी
परिवर्तिनी एकादशी

शनिवार, 14 सितम्बर 2024

परिवर्तिनी एकादशी
ओणम/थिरुवोणम

रविवार, 15 सितम्बर 2024

ओणम/थिरुवोणम
पितृपक्ष प्रारम्भ

मंगलवार, 17 सितम्बर 2024

पितृपक्ष प्रारम्भ
अनंत चतुर्दशी

मंगलवार, 17 सितम्बर 2024

अनंत चतुर्दशी

संग्रह