झूलदी भवानी झूला लाल, सुनहरी मंदिरा ते,
देव पूरी होई ए निहाल, सुनहरी मंदिरा ते,
सुनहरी मंदिरा ते, सुनहरी मंदिरा ते,
झूलदी भवानी झूला लाल……
सोने दी है पालकी पंघूड़ा सोहना लाल ए,
हीरे मोती चमकदे ते जड़े विच लाल ए,
रेशमा दी डोरी सजे नाल, सुनहरी मंदिरा ते,
झूलदी भवानी झूला लाल……
सखिया दे नाल मईया पींघ चढ़ाई ए,
वैष्णो बहारा वाली नैना देवी आयी ए,
चिंतापूर्णी किता ए कमाल, सुनहरी मंदिरा ते,
झूलदी भवानी झूला लाल……
ब्रह्मा ते विष्णु महेश यश गाउँदे ने,
पींघ दे हुलारेया दा हाल सुनाउँदे ने,
कैलाश कहे माँ दा चोला लाल, सुनहरी मंदिरा ते,
झूलदी भवानी झूला लाल……
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