मौज तेरी माईए नी मौज तेरी माईए,
मौज तेरी माईए नी मौज तेरी माईए,
मौज तेरी माईए नी……

स्वर्गो सोहने मंदिर तेरे, जदो जदो भी आईये,
नाल मुरादा पल्ले भरिये, कदे ना खाली जाईये,
मौज तेरी माईए नी……

तू दाती ए असी हां मंगते, मंगनों क्यों शर्माईए,
तेरे भरे भंडारा विचो जो मंगिये सो पाइये,
मौज तेरी माईए नी……

सुनया तू चिराग जगाउंदी, जेकर ज्योत जगायीए,
त्रिपुर मालिनी मेहर करी माँ, मोतियाँ नाल सजाइये,
मौज तेरी माईए नी……

तू जदो ए अंग संग साडे, फेर माँ क्यों घबराईये,
तेरे नाम दी नईया चढ़के, भव सागर तर जाईये,
मौज तेरी माईए नी……

टेरिया भेंटा गा गा क्यों ना, भेंट तेरी हो जायीए,
मेहर तेरी निर्दोष होवे, तेरे लाल कहाईये,
मौज तेरी माईए नी……

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