जन्मो से भटकी नाव को
जन्मो से भटकी हुई नाव कोआज किनारा मिल गयाराम मेरे मुझ पापी को भीतेरा सहारा मिल गयाजन्मो से भटकी हुई नाव कोआज किनारा मिल गया उलझा हुआ था मैं माया के जंगल मेंतुम ने बचाया...
जन्मो से भटकी हुई नाव कोआज किनारा मिल गयाराम मेरे मुझ पापी को भीतेरा सहारा मिल गयाजन्मो से भटकी हुई नाव कोआज किनारा मिल गया उलझा हुआ था मैं माया के जंगल मेंतुम ने बचाया...
प्रभु मुझ अनाथ पर दया कीजियेआप अपने चरणों को धुला लीजिये मेरे घट आ गए है चरण को बढाईयेआईये करीब आके चरण को धुलायियेहाथ मेरी माथे पर रख दीजियेआप अपने चरणों को धुला लीजिये रीतियों...
राम जैसा नगीना नहीं,सारे जग की बजरिया में,नीलमणि ही जड़ाउंगी,अपने मन की मुंदरिया में,राम जैसा नगीना नहीं,सारे जग की बजरिया में… राम का नाम प्यारा लगे,रसना पे बिठाऊँगी मैं,मृदु मूरत बसाऊँगी,नैनो की पुतरिया में,राम जैसा...
कोई राम का दीवाना तो बनोकोई दीवाना तो बनोकोई मस्ताना तो बनोकोई राम का दीवाना तो बनो राम नाम की ऐसी महिमा मुझसे कही ना जायेराम बलि अवतार लिए है कण कण में समायेकोई राम...
बोल पिंजरे का तोता राम,हरे राम राधेश्याम सियाराम रे,हरे राम राधेश्याम सियाराम रे,बोल पिंजरे का तोता राम,हरे राम राधेश्याम सियाराम रे।। प्रभु की भक्ति सुबह के जैसी,माया है एक ढलती शाम,दुविधा में ना दोऊ जाए,माया...
श्री राम से कह देना इक बात अकेले मेंरोता है भरत भैया दिन रात अकेले में,श्री राम से कह देना इक बात अकेले में वन वासी गये वन में फिर भी तो यही मन में,रट...
तीन बार भोजन, भजन एक बार,राम तेरी माला जपी ना एक बार,तीन बार भोजन, भजन एक बार,राम तेरी माला जपी ना एक बार, पहली बार माला जपने बैठी,पहली बार माला जपने बैठी,आ गई पड़ोसन करण...
हे रामचन्द्र कह गए सिया सेऐसा कलजूग आएगाहंस चुगेगा दाना दुनकाकौआ मोती खायेगा धरम भी होगा कर्म भी होगालेकिन शरम नही होगीबात बात पे मात पिता कोबेटा आँख दिखायेगाहे रामचन्द्र कह गए सिया से राजा...
राम नाम अति मीठा है कोई गा के देखलेआ जाते है राम कोई बुलाके देख लेश्री राम जय राम जय जय रामश्री राम जय राम जय जय राम मन भगवान का मंदिर हैमैल ना आने...
कही राम लिख दिया कही श्याम लिख दिया हैसांसो के हर सिरे पर तेरा नाम लिख दिया है सीता हरन में रावण संग गिद्ध की लड़ाईजब गिर गया जटायु तब याद प्रभु की आईहिस्से में...
राम नाम सुखदाई भजन करो भाईये जीवन दो दिन का ये तन है जंगल की लकड़ीआग लगे जल जाई, भजन करो भाईये जीवन दो दिन का… ये तन है कागज की पुड़ियाहवा चले उड़ जाई,...
ज्योत से ज्योत जगाते चलो, प्रेम की गंगा बहाते चलोराह में आए जो दीन दुखी, सबको गले से लगाते चलो जिसका न कोई संगी साथी ईश्वर है रखवालाजो निर्धन है जो निर्बल है वह है...