कोई बोले राम राम कोई खुदाए,
कोई सेवै गोसैया कोई अल्लाहे।
कारण करण, करण करीम, कृपाधार रहीम,
कोई बोले राम राम कोई खुदाए।
कोई नहावे तीर्थ कोई हज जाए,
कोई करे पूजा कोई सिर निवाये।
कोई बोले राम राम कोई खुदाए,
कोई सेवै गोसैया कोई अल्लाहे।।
कोई पढ़े वेद कोई कतेब,
कोई ओढ़े निल कोई सुपेद।
कोई बोले राम राम कोई खुदाए,
कोई सेवै गोसैया कोई अल्लाहे
कोई कहे तुर्क कोई कहे हिन्दू,
कोई बाँछे भिस्त कोई सिर बिंदु।
कोई बोले राम राम कोई खुदाए,
कोई सेवै गोसैया कोई अल्लाहे।।
कहो नानक जिन हुक्म पछाता,
प्रभ साहेब का तीन भेद जाता।
कोई बोले राम राम कोई खुदाए,
कोई सेवै गोसैया कोई अल्लाहे।।
Author: Bhai Satvinder & Harvinder Singh