मेरे प्राणों से प्यारे राम ।
तुम्हारा करते हम गुणगान ।।
नजर तोह से हटती ना,
रामा..
नजर तोह से हटती ना,
मेरे प्राणों से प्यारे राम…
तेरी सुरत लगती सबको प्यारी,
जावत हैं मैंया भी तुम पर वारी ।
तेरे घुंघराले हैं बाल,
तुम्हारा करते हम गुणगान ।।
नजर तोह से हटती ना,
रामा..
नजर तोह से हटती ना,
मेरे प्राणों से प्यारे राम…
तेरा धनुष लगे सबको प्यारा,
रावण भी जिससे गया था हारा ।
बड़े पैने तेरे बाण,
तुम्हारा करते हम गुणगान ।।
नजर तोह से हटती ना,
रामा..
नजर तोह से हटती ना,
मेरे प्राणों से प्यारे राम…
बोली लगे तेरी सबसे प्यारी,
हो जाये मोहित सब नर-नारी ।
तेरी मीठी है हर बात,
तुम्हारा करते हम गुणगान ।।
नजर तोह से हटती ना,
रामा..
नजर तोह से हटती ना,
मेरे प्राणों से प्यारे राम…
लीला है तेरी सबसे न्यारी,
शिव जी भी तुम पर हैं बलहारी ।
तुम रखते सबका मान,
तुम्हारा करते हम गुणगान ।।
नजर तोह से हटती ना,
रामा..
नजर तोह से हटती ना,
मेरे प्राणों से प्यारे राम…
Author: विकास साहू जी