भंगिया ना घोटु भोले, तड़के पीहर जाऊ,
दुखड़ा मैं अपना भोले किसने सुनाऊ…….

कहके इक लौटा भोले बालटी घुटवावे सै,
घट घट पिके भंगिया भोले बम बम गावे सै,
छाले पड़ गए हाथ में किसने दिखाऊ,
भंगिया ना घोटु भोले, तड़के पीहर जाऊ,
दुखड़ा मैं अपना भोले किसने सुनाऊ…….

मैं महला की राज कुमारी, भोले मस्त मलंगा सै,
तन पे भस्म रमावे भोले, जटा में उसकी गंगा सै,
गल में सर्प, कान में बिछुए, डर के पास ना जाऊ,
भंगिया ना घोटु भोले, तड़के पीहर जाऊ,
दुखड़ा मैं अपना भोले किसने सुनाऊ…….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

विजया एकादशी

सोमवार, 24 फरवरी 2025

विजया एकादशी
महा शिवरात्रि

बुधवार, 26 फरवरी 2025

महा शिवरात्रि
आमलकी एकादशी

सोमवार, 10 मार्च 2025

आमलकी एकादशी
होलिका दहन

गुरूवार, 13 मार्च 2025

होलिका दहन
होली

शुक्रवार, 14 मार्च 2025

होली
फाल्गुन पूर्णिमा

शुक्रवार, 14 मार्च 2025

फाल्गुन पूर्णिमा

संग्रह