जो देवों के देव कहाते है,
जो तन पर भस्म रमाते है,
वो महा योगी वो ओखर दानी कोन है ?
शिव शिव शिव शिव शिव शिव….शम्भू
जय शिव भोला भण्डारी की,
जय महादेव, त्रिपुरारी की,
जय उमानाथ, कैलाशपति,
जय महाकाल, गंगधारी की,
बोलो, बबम बम बम, बम भोले….
जिसके मस्तक पर चंदा है,
और जटा से बहती गंगा है,
वो अविनाशी वो मरघटवासी कोन है ?
हर हर हर हर हर……. महादेव
जय सोमनाथ, जय बद्रीनाथ,
जय भूतनाथ, केदारनाथ,
जय चन्द्रमौली, जय नीलकण्ठ,
जय जय रुण्डमालाधारी की,
बोलो बबम बम बम, बम भोले….
शम्भू…
जो भांग धतूरा खाते है,
जग हित में विष पिजाते है,
वो नीलकंठ वो जनहितकरी कोन है ?
शिव शिव शिव शिव शिव शिव….
शम्भू
जय आशुतोष, जय शिव शंकर,
जय जय नटराज, जय अभयंकर,
जय उमाकांत,जय शिवकांत,
जय जय हो संकटहारी की,
बोलो बबम बम बम, बम भोले….
जय विघ्नेश्वर, जय दूधेश्वर,
जय रामेश्वर, जय नागेश्वर,
जय गौरीशंकर, मणिमहेश,
जय जय हो त्रिनेत्रधारी की,
जय रुद्रनाथ, जय विश्वनाथ,
जय बैजनाथ, जय अमरनाथ,
जय भीलपति, अवधूतपति,
जय जय हो डमरुधारी की,
जय जागेश्वर, जय नागेश्वर,
जय भूतेश्वर, जय वृषेश्वर,
जय शिव दानी, जय महादानी,
जय हो, जय हो, चन्द्रधारी की,
जय अचलेश्वर, जय पातालेश्वर,
जय मुक्तेश्वर, जय सर्वेश्वर,
जय गिरिजापति, जय पशुपति,
जय जय हो भव भयहारी की,
हे दीनदन्धु, हे दीनानाथ,
देवों के देव, त्रैलोकी नाथ,
दो शक्ति, “दास” लिखे महिमा,
शिव शंकर, मंगलकारी की,
जय शिव भोला भण्डारी की,
जय शिव भोला भण्डारी की,
जय शिव भोला भण्डारी की……
Author: Unknown Claim credit