जय जय शिव दी करदे जाओ,
दर ते आके शीश नवावो,
भव सागर तो पार लगाये,
शिव शंकर दा नाम,
भक्तों करलो जी करलो,
शिव दा ध्यान…….

शिव शंकर दे चरना विच,
दुख सारे ने मुकदे,
हाथ शिव जी दा सिर ते होवे,
साह आउंदे ने सुख दे,
जेहड़ा शिव दे चरनी लग,
जे जावे ओह शिव धाम,
भक्तों करलो जी करलो,
शिव दा ध्यान…….

मस्त मलंग शिव भोले नु,
दुख अपने सब दसदे,
सब दे दिल दी सुंदे ने,
जो विच कैलाश वसदे,
शम्भू तेरे नाल रहुगे,
होवे सुबहो या शाम,
भक्तों करलो जी करलो,
शिव दा ध्यान…….

नीलकंठ शिव शंकर ने,
जो कण कण दे विच वसदे,
कृपा करके भक्तां नु,
ओह राह सीधे ने दसदे,
दुख भी तनु दुख नि लगना,
हो जायेगा ध्यान,
भक्तों करलो जी करलो,
शिव दा ध्यान…….

जय जय शिव दी करदे जाओ,
दर ते आके शीश नवावो,
भव सागर तो पार लगाये,
शिव शंकर दा नाम,
भक्तों करलो जी करलो,
शिव दा ध्यान…….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

करवा चौथ

रविवार, 20 अक्टूबर 2024

करवा चौथ
संकष्टी चतुर्थी

रविवार, 20 अक्टूबर 2024

संकष्टी चतुर्थी
अहोई अष्टमी

गुरूवार, 24 अक्टूबर 2024

अहोई अष्टमी
बछ बारस

सोमवार, 28 अक्टूबर 2024

बछ बारस
रमा एकादशी

सोमवार, 28 अक्टूबर 2024

रमा एकादशी
धनतेरस

मंगलवार, 29 अक्टूबर 2024

धनतेरस

संग्रह