आएगा जब रे बुलावा हरी का
छोड़ के सब कुछ जाना पड़ेगा

नाम हरी का साथ जायेगा
और तू कुछ ना ले पायेगा
आएगा जब रे बुलावा हरी का
छोड़ के सब कुछ जाना पड़ेगा

राग द्वेष में हरी बिसरायो
भूल के निज को जनम ग
आएगा जब रे बुलावा हरी का
छोड़ के सब कुछ जाना पड़ेगा

नाम हरी का साथ जायेगा
और तू कुछ ना ले पायेगा
आएगा जब रे बुलावा हरी का
छोड़ के सब कुछ जाना पड़ेगा

सुमिरन की साची कमाई
झूठी जग की सब है सगाई
आएगा जब रे बुलावा हरी का
छोड़ के सब कुछ जाना पड़ेगा

अर्जी कर तू हरी से ऐसी
भक्ति मिले मीरा की जैसी
आएगा जब रे बुलावा हरी का
छोड़ के सब कुछ जाना पड़ेगा

हाथ तेरे जीवन की बाज़ी
भक्ति से कर तू हरी को राज़ी
आएगा जब रे बुलावा हरी का
छोड़ के सब कुछ जाना पड़ेगा

नाम हरी का साथ जायेगा
और तू कुछ ना ले पायेगा
आएगा जब रे बुलावा हरी का…..

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