जब नयना नीर भरे जब अँखियाँ नीर भरे

लूट-लूट दधि माँखन खायो,
ग्वाल बाल संग रास रचायो ,
जब बंशी की टेर करे जब नयना नीर भरे

मात यशोदा ओर वृजवासी,
वृन्दावन की गोपीयां उदासी,
जब छोङ के कृष्ण चले जब नयना नीर भरे

दुःशासन की मति गई मारी ,
चीर खैचण की कीवी तैयारी,
जब द्रोपदी टेर करे जब नयना नीर भरे

हरि भक्तो के सदा सहाई,
नरसी जी की नानी बाई ,
जब आकर भाँत भरे जब नयना नीर भरे

सदानन्द कहे सुणलो सब ही ,
हरी को याद करे कोई कब ही ,
हरि आवत आप घरे जब नयना नीर भरे

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कामिका एकादशी

बुधवार, 31 जुलाई 2024

कामिका एकादशी
मासिक शिवरात्रि

शुक्रवार, 02 अगस्त 2024

मासिक शिवरात्रि
हरियाली तीज

बुधवार, 07 अगस्त 2024

हरियाली तीज
नाग पंचमी

शुक्रवार, 09 अगस्त 2024

नाग पंचमी
कल्कि जयंती

शनिवार, 10 अगस्त 2024

कल्कि जयंती
पुत्रदा एकादशी

शुक्रवार, 16 अगस्त 2024

पुत्रदा एकादशी

संग्रह