मेरे दिन बंधू भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना,
मेरे दिन बंधू भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना…….

मेरी साँस चले ना पावा,
ना जीभा चले ना गाना,
मेरा जिव चले भगवान तो तुम,
शिव जी बनकर आ जाना,
मेरे दिन बंधु भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना……

गुजरू जब में गुलजारी,
ये दुनिया रहे ना सारी,
गुजरू जब में गुरुदेव तो तुम,
सतगुरु बनकर आ जाना,
मेरे दिन बंधु भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना……

चलने की हो तैयारी,
तब घोड़ा मिले ना गाड़ी,
मेरी शैया छूटे घनश्याम तो तुम,
नैया लेकर आ जाना,
मेरे दिन बंधू भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना……

यमदूत बनाये बंदी,
और काया होगी गन्दी,
जब जाऊँ में शमशाम तो तुम,
नंदी लेकर आ जाना,
मेरे दिन बंधु भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना…….

जब आये मरण का मौका,
कही हो ना जाये धोका,
मेरे ज्ञान के दाता गुरुदेव रे तुम,
कोई नौका लेकर आ जाना,
मेरे दिन बंधु भगवान रे,
गरुड़ पर चढ़कर आ जाना……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

विजया एकादशी

सोमवार, 24 फरवरी 2025

विजया एकादशी
महा शिवरात्रि

बुधवार, 26 फरवरी 2025

महा शिवरात्रि
आमलकी एकादशी

सोमवार, 10 मार्च 2025

आमलकी एकादशी
होलिका दहन

गुरूवार, 13 मार्च 2025

होलिका दहन
होली

शुक्रवार, 14 मार्च 2025

होली
फाल्गुन पूर्णिमा

शुक्रवार, 14 मार्च 2025

फाल्गुन पूर्णिमा

संग्रह